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Friday, May 4, 2012

Murli 04 April Hindi & English

04-05-12 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ''बापदादा'' मधुबन 
मुरली सार : ''मीठे बच्चे - तुम सच्चे-सच्चे आशिक बन मुझ एक माशूक को याद करो तो तुम्हारी आयु बढ़ जायेगी, योग और पढ़ाई से ही तुम ऊंच पद पा सकेंगे'' 
प्रश्न: भारत को स्वर्ग बनाने के लिए बाप बच्चों से कौन सी मदद मांगते हैं? 
उत्तर: बच्चे - मुझे पवित्रता की मदद चाहिए। प्रतिज्ञा करो - हम काम विकार को लात मार पवित्र जरूर बनेंगे। सवेरे-सवेरे उठ अपने से बातें करो - मीठे बाबा हम आपकी मदद के लिए तैयार हैं। हम पवित्र बन भारत को पवित्र जरूर बनायेंगे। हम आपकी शिक्षा पर जरूर चलेंगे। कोई भी पाप का काम नहीं करेंगे। बाबा आपकी कमाल है, स्वप्न में भी नहीं था कि हम कोई विश्व का मालिक बनेंगे। आप हमें क्या से क्या बना रहे हैं। 
गीत:- तुम्हारे बुलाने को... 


धारणा के लिए मुख्य सार: 
1) सच्चा-सच्चा आशिक बनना है। बुद्धियोग एक माशुक से लगाना है। बुद्धि इधर-उधर न भटके इस पर अटेन्शन देना है। 
2) प्राप्ति को सामने रखते हुए बाप को निरन्तर याद करना है। पवित्र जरूर बनना है। भारत को स्वर्ग बनाने का धन्धा करना है। 
वरदान: सम्पन्नता के आधार पर सन्तुष्टता का अनुभव करने वाले सदा तृप्त आत्मा भव 
जो सदा भरपूर वा सम्पन्न रहते हैं, वे तृप्त होते हैं। चाहे कोई कितना भी असन्तुष्ट करने की परिस्थितियां उनके आगे लाये लेकिन सम्पन्न, तृप्त आत्मा असन्तुष्ट करने वाले को भी सन्तुष्टता का गुण सहयोग के रूप में देगी। ऐसी आत्मा ही रहमदिल बन शुभ भावना और शुभ कामना द्वारा उनको भी परिवर्तन करने का प्रयत्न करेगी। रूहानी रॉयल आत्मा का यही श्रेष्ठ कर्म है। 
स्लोगन: याद और सेवा का डबल लॉक लगाओ तो माया आ नहीं सकती। 
Essence: Sweet children, become true lovers and remember Me, the one Beloved, and your lifespan will increase. It is only through yoga and by studying that you are able to claim a high status. 

Question: What help does the Father ask of you children in order to make Bharat into heaven? 
Answer: Children, I need the help of your purity. Promise that you will kick away the vice of lust and definitely become pure. Wake up early in the morning and say to yourself: Sweet Baba, I am ready to help You. I will become pure and definitely make Bharat pure. I will definitely follow Your teachings. I will not perform any sinful actions. Baba, it is Your wonder. I never even dreamt that I would become a master of the world. Look what You are making me from what I was! 
Song: The heart desires to call out to You. 

Essence for dharna: 
1. Become true lovers. Connect your intellect's yoga to the one Beloved. Pay attention so that your intellect doesn't wander here and there. 
2. Constantly remember the Father while keeping the attainment in front of you. Definitely become pure. Do the business of making Bharat into heaven. 

Blessing: May you always be a contented soul who experiences contentment on the basis of being full. 
The ones who are always full are content. No matter how much someone may create situations of discontentment in front of them, contented souls will give the virtue of contentment in the form of co-operation to those who try to make them discontent. Only such souls become merciful and make effort to transform them through their pure feelings and good wishes. This is the elevated task of a spiritual royal soul. 

Slogan: Put on the double lock of remembrance and service and Maya will not then come.

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