मुरली सार : ''मीठे बच्चे - बाप आया है तुम्हारी सब शुद्ध कामनायें पूरी करने, रावण अशुद्ध कामना पूरी करता और बाप शुद्ध कामना पूरी करता''
प्रश्न: जो बाप की श्रीमत का उल्लंघन करते हैं - उनकी अन्तिम गति क्या होगी?
उत्तर: श्रीमत का उल्लंघन करने वालों को माया के भूत अन्त में राम-राम संग है... करके घर ले जायेंगे। फिर बहुत कड़ी सजा खानी पड़ेगी। श्रीमत पर न चले तो यह मरे। धर्मराज पूरा हिसाब लेता है, इसलिए बाप बच्चों को अच्छी मत देते, बच्चे माया की बुरी मत से सावधान रहो। ऐसा न हो बाप का बनकर फिर कोई विकर्म हो जाए और 100 गुणा दण्ड भोगना पड़े। श्रीमत पर न चलना, पढ़ाई छोड़ना ही अपने ऊपर बददुआ, अकृपा करना है।
गीत:- ओम् नमो शिवाए...