22-2-12:
मुरली सार:- ''मीठे बच्चे - सदा इसी नशे में रहो कि ज्ञान सागर बाप ने ज्ञान देकर हमें स्वदर्शन चक्रधारी, त्रिकालदर्शी बनाया है, हम हैं ब्रह्मा वंशी ब्राह्मण''
प्रश्न: तुम बच्चे ब्राह्मण बनते ही पदमापदम भाग्यशाली बन जाते हो - कैसे?
उत्तर: ब्राह्मण बनना अर्थात् सेकेण्ड में जीवनमुक्ति प्राप्त करना। बाप का बच्चा बना और वर्से का अधिकार मिला। तो जीवनमुक्ति तुम्हारा हक है, इसलिए तुम पदमापदम भाग्यशाली हो। बाकी इस मृत्युलोक में तो कोई सौभाग्यशाली भी नहीं। अकाले मृत्यु होता रहता है। तुम बच्चे अभी काल पर जीत पाते हो। तुम्हें त्रिकालदर्शी-पने का भी ज्ञान है। शिवबाबा 21 जन्मों के लिए तुम्हारी झोली भर रहे हैं।
प्रश्न: तुम बच्चे ब्राह्मण बनते ही पदमापदम भाग्यशाली बन जाते हो - कैसे?
उत्तर: ब्राह्मण बनना अर्थात् सेकेण्ड में जीवनमुक्ति प्राप्त करना। बाप का बच्चा बना और वर्से का अधिकार मिला। तो जीवनमुक्ति तुम्हारा हक है, इसलिए तुम पदमापदम भाग्यशाली हो। बाकी इस मृत्युलोक में तो कोई सौभाग्यशाली भी नहीं। अकाले मृत्यु होता रहता है। तुम बच्चे अभी काल पर जीत पाते हो। तुम्हें त्रिकालदर्शी-पने का भी ज्ञान है। शिवबाबा 21 जन्मों के लिए तुम्हारी झोली भर रहे हैं।